कभी मैकेनिक था, अाज बुर्ज खलीफा के 22 फ्लैट का मालिक है यह भारतीय
मैकेनिक से बिजनेसमैन बना एक भारतीय शख्स प्रसिद्ध बुर्ज खलीफा में 22 फ्लैट के मालिक है। केरल से ताल्लुक रखने वाले जॉर्ज वी नेरियापरामबिल ने कहा कि वह यहीं नहीं रुकेंगे और यदि प्रस्ताव मिलेंगे तो इस तरह के और भी फ्लैट खरीदेंगे।
नेरयापेरांबिल मुख्यत: एसी के कारोबार से जुड़े हैं। 1976 में शारजाह में कदम रखने वाले नेरयापेरांबिल जियो ग्रुप ऑफ कंपनीज के प्रमुख हैं। यह खाड़ी देशों के सबसे बड़े कारोबारी समूहों में से एक है। इस कारोबारी सफलता से इतर आज उनकी एक पहचान यह भी है कि वह व्यक्तिगत रूप से बुर्ज खलीफा में सबसे ज्यादा फ्लैटों के मालिक हैं। और गिनती यहीं खत्म नहीं होती।
उनका कहना है कि अगर सौदा अच्छा लगा तो वह और भी फ्लैट खरीदेंगे। उन्होंने कहा, 'मैं सपने देखने वाला शख्स हूं और सपने देखना नहीं छोड़ूंगा।' 22 फ्लैट में से पांच फ्लैट उन्होंने किराये पर दे दिए हैं। बाकी के लिए भी वह सही किरायेदारों के इंतजार में हैं। बुर्ज खलीफा में कुल 900 फ्लैट हैं।
चुभ गई थी दोस्त की बात
बुर्ज खलीफा में इतने फ्लैट खरीदने के पीछे एक छोटा सा मजाक है। 2010 में नेरयापेरांबिल अपने दोस्त के साथ बुर्ज खलीफा देखने गए थे। उस वक्त उनके दोस्त ने कहा कि यहां रहने के सपने मत देखना। यहां रहना तो दूर, इसमें घुसने के भी पैसे लगते हैं। दोस्त की यह बात उन्हें चुभ गई थी। उसी साल उन्होंने बुर्ज खलीफा में एक फ्लैट किराये पर लिया और वहां रहने लगे। किराये के फ्लैट से शुरू हुआ सिलसिला आज 22 फ्लैट का मालिक बनने तक पहुंच गया है।
कपास के बीज बेचकर शुरू की थी कमाई
नेरयापेरांबिल ने 11 साल की उम्र में ही पिता के साथ काम करना शुरू कर दिया था। उन्होंने बताया कि उनके गांव के लोग कपास बेचते थे, लेकिन उसके बीज फेंक देते हैं। लोगों को पता नहीं था कि उस बीज से गोंद बनाया जा सकता है। नेरयापेरांबिल ने कूड़े में से बीज बीनकर काम शुरू किया। इसमें उन्हें 90 फीसद का मुनाफा होता था। इमली के बीजों के साथ भी उन्होंने ऐसा ही किया। बीज के बाकी हिस्से को वे जानवरों के चारे के तौर पर बेच देते थे।
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