BJP के डर से एकजुट हो सकते हैं मुसलमान!
BJP के डर से एकजुट हो सकते हैं मुसलमान! पश्चिमी UP के मुस्लिमों में यह चिंता खासतौर पर घर कर रही है। BSP ने यहां ज्यादातर मुस्लिम उम्मीदवार उतारे हैं। वह यहां के सांप्रदायिक गणित को भुनाने की कोशिश कर रही है। कुछ सीटों पर मायावती के उम्मीदवार अन्य प्रत्याशियों को कड़ी टक्कर देते नजर आ रहे हैं। थानाभवन में अब्दुल राव वारिस, चारथावाल से नूर सलीम राणा, दक्षिणी मेरठ से याकूब कुरैशी और दक्षिणी आगरा से जुल्फीकार अली भुट्टो के रूप में उसके दावेदारों की स्थिति काफी मजबूत नजर आ रही है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एक प्रभावी मदरसे में पढ़ने वाले एक शख्स ने उम्मीद जताई कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन को मुस्लिमों के अधिकांश वोट मिलेंगे। उन्होंने कहा, 'यहां BJP का काफी डर है। अल्पसंख्यकों पर होने वाले लगभग सभी हमलों के पीछे हिंदू कट्टरपंथी संगठनों की भूमिका थी। 1999 में ग्राहम स्टेंस और उनके बच्चों का कत्ल, 2002 के गुजरात दंगे, 2013 का मुजफ्फरनगर दंगा वगैरह इसके उदाहरण हैं। चालाकी से वोट डलना अनिवार्य दिख रहा है, लेकिन ऐसा केवल मनोवैज्ञानिक और सामाजिक कारणों से होता है।' उन्होंने आगे कह...